हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इमाम ख़ुमैनी (रह) शैक्षिक और शोध संस्थान के प्रमुख आयतुल्लाह महमूद रजबी ने कहा है कि इंसान धरती पर अल्लाह का प्रतिनिधि है और उस पर यह ज़रूरी है कि हर काम अच्छे इरादे और मजबूती के साथ अंजाम दे, क्योंकि ऐसे ही काम बाकी रहने वाले और दुनिया व आख़िरत में बदला पाने वाले हैं।
आयतुल्लाह रजबी ने इमाम ख़ुमैनी (र.ह) शैक्षिक और शोध संस्थान के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों के सम्मान समारोह में संबोधन करते हुए कहा कि अल्लाह के काम हमेशा जारी रहते हैं और उनमें दो ख़ास विशेषताएं पाई जाती हैं: मजबूती और खूबसूरती। पवित्र क़ुरआन भी स्पष्ट करता है कि अल्लाह ने हर चीज़ को मज़बूत और खूबसूरत पैदा किया है और यह सिद्धांत इंसान की ज़िंदगी में नमूना होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ काम की दो शर्तें हैं एक यह कि उसका आधार अच्छा हो और दूसरा यह कि उसकी नीयत केवल अल्लाह के लिए हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि दुनिया की ताकतें जैसे अमेरिका और इस्राइल अपने अपराधों को सफलता समझती हैं लेकिन चूंकि वे ईश्वरीय मार्गदर्शन से कट चुकी हैं, इसलिए उनके कार्य निरर्थक हैं।
मजलिस-ए ख़ुबरगान के सदस्य ने कहा कि हमारी मुख्य चिंता यह होनी चाहिए कि हमने अल्लाह के आदेश को किस हद तक सही ढंग से पूरा किया। उन्होंने कहा कि दिखावे पर आधारित कार्य अल्लाह के यहाँ कोई मूल्य नहीं रखते। उदाहरण के तौर पर आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी (रह) के काम और प्रभाव इसलिए क़ायम हैं क्योंकि उनकी नीयत ईमानदार और ईश्वरीय थी।
उन्होंने आगे कहा कि इस्लामी क्रांति की स्थिरता भी इसी ईमानदारी का नतीजा है, और दुश्मनी के बावजूद यह व्यवस्था क़ायम है। आज सबसे ज़्यादा ज़रूरत इस बात की है कि हम वैज्ञानिक, बौद्धिक और राजनीतिक क्षेत्र में ईमानदार नीयत और मज़बूत कार्य के साथ दाख़िल हों ताकि अल्लाह की खुशी हासिल हो और इस्लामी क्रांति का भविष्य और ज़्यादा चमकदार हो।
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